चैत्र शुक्ल की प्रतिपदा को होने वाले नवसंवत के शुभारंभ पर भारतीय विद्या मंदिर ऊधम सिंह नगर में बहुत श्रद्धा से हवन का आयोजन किया गया। हवन में बी.वी.एम. मैनेजमेंट ट्रस्ट के सचिव श्री पी.सी. गोयल जी उपस्थित रहे। श्री एम. एम. व्यास जी एवं अन्य ट्रस्ट सदस्य वर्चुअल स्तर पर हवन में शामिल रहे। विद्यार्थियों के विद्यालय में उपस्थिति न होने के कारण संपूर्ण हवन कार्यक्रम का सीधा प्रसारण गूगलमीट पर किया गया। इसी के साथ पंजाब के मुख्य त्योहार एवं देश के विभिन्न भागों में अलग-अलग ढंग और अलग-अलग नामों से प्रचलित वैसाखी के पर्व को विद्यालय में बहुत उत्साह और उल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर विद्यार्थियों को पंजाबी इतिहास एवं संस्कृति से परिचित कराने के उद्देश्य से विभिन्न आनलाइन गतिविधियां आयोजित की गईं। प्री-प्राइमरी के नन्हे-मुन्नों ने सुंदर-सुंदर कार्ड बनाकर, स्टिक गतिविधि और पंजाबी संस्कृति को दर्शाती फैंसी ड्रेस गतिविधि में भाग लिया। कक्षा पहली और दूसरी के बच्चों ने अपने परिवार के सदस्यों के साथ जोश से भरी पंजाबी लोकनृत्य की वीडियो सांझा की। कक्षा तीसरी और चौथी के नौनिहालों ने रंग-बिरंगी पतंगे बनाईं। कक्षा पांचवी और छठी के विद्यार्थियों ने अपने घर के एक कोने को बैसाखी और पंजाबी संस्कृति को झलकाती वस्तुओं से सजाया। कक्षा सातवीं और आठवीं के बच्चों द्वारा प्रस्तुत लोकगीत, बोलियां और टप्पों ने सब को गुनगुनाने और थिरकने पर मजबूर कर दिया। इन सभी गतिविधियों में बच्चों के साथ उनके माता-पिता ने भी उत्साह और आनंद के साथ भाग लिया। कक्षा नौवीं और दसवीं के छात्रों ने 'बैसाखी' विषय पर रचनात्मक लेखन गतिविधि में भाग लिया। अध्यापिका संगीता थापर ने विद्यार्थियों को इस दिन के ऐतिहासिक महत्त्व से परिचित कराते हुए कहा कि इस दिन गुरु गोविंद सिंह जी ने खालसा पंथ की स्थापना की। इसी दिन जलियांवाला बाग हत्याकांड में हजारों भारतीयों ने बलिदान दिया। देश के विभिन्न हिस्सों में आज के ही दिन किसान अपनी पकी फसल को काटकर खुशी में भगवान और प्रकृति का धन्यवाद करते हैं। इसी दिन सूर्य का मेष राशि में प्रवेश होने के कारण गंगा-स्नान का विशेष महत्व है। बीवीएम ट्रस्ट के सदस्यों एवं प्रधानाचार्या रंजू मंगल ने नवसंवत एवं वैसाखी के पर्व की सबको बधाई देते हुए विद्यार्थियों द्वारा विभिन्न गतिविधियों में उत्साहपूर्वक भाग लेने पर प्रशंसा की। उन्होंनेे ईश्वर से प्रार्थना की कि इस महामारी से पूरे विश्व को छुटकारा प्राप्त हो जिससे सभी हंसी-खुशी, मिलजुलकर इन त्योहारों को पूरे उत्साह से मना सके।